गणेश चतुर्थी 2022 -------------------------- गणेश चतुर्थी | सनातन धर्म • Sanatan Dharma
गणेश चतुर्थी 2022 --------------------------
गणेश चतुर्थी का व्रत एवं पूजन 31 अगस्त 2022 को है । ‘इस दिन स्नान, दान, जप और उपवास करने से 100 गुना फल होता है ।’ (भविष्यपुराण)
भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी (कलंकी चौथ) को चन्द्रदर्शन करने से मिथ्या दोष लगता है । इस वर्ष दिनांक 30 अगस्त और 31 अगस्त - दो दिन चन्द्रदर्शन न करें ।
भारत के विभिन्न शहरों में चन्द्रास्त का समय -
मुम्बई -
30 अगस्त - रात्रि 9-01 पर 31 अगस्त - रात्रि 9-37 पर
अहमदाबाद -
30 अगस्त - रात्रि 9-00 पर 31 अगस्त - रात्रि 9-34 पर
जोधपुर -
30 अगस्त - रात्रि 8-58 पर 31 अगस्त - रात्रि 9-30 पर
जम्मू -
30 अगस्त - रात्रि 8-48 पर 31 अगस्त - रात्रि 9-16 पर
बेंगलुरु -
30 अगस्त - रात्रि 8-43 पर 31 अगस्त - रात्रि 9-22 पर
भोपाल -
30 अगस्त - रात्रि 8-41 पर 31 अगस्त - रात्रि 9-15 पर
नयी दिल्ली -
30 अगस्त - रात्रि 8-40 पर 31 अगस्त - रात्रि 9-11 पर
हैदराबाद -
30 अगस्त - रात्रि 8-38 पर 31 अगस्त - रात्रि 9-15 पर
हरिद्वार -
30 अगस्त - रात्रि 8-35 पर 31 अगस्त - रात्रि 9-06 पर
लखनऊ -
30 अगस्त - रात्रि 8-25 पर 31 अगस्त - रात्रि 8-57 पर
पटना -
30 अगस्त - रात्रि 8-08 पर 31 अगस्त - रात्रि 8-41 पर
भुवनेश्वर -
30 अगस्त - रात्रि 8-07 पर 31 अगस्त - रात्रि 8-43 पर
कलकत्ता -
30 अगस्त - रात्रि 7-56 पर 31 अगस्त - रात्रि 8-30 पर
गुवाहटी - 30 अगस्त - रात्रि 7-41 पर 31 अगस्त - रात्रि 8-14 पर
भूलवश चन्द्रदर्शन हो जाये तो उसका प्रभाव कम करने के लिये -
इस मंत्र का 21, 51 या 108 बार जप करके पवित्र किया हुआ जल पीयें - सिंहः प्रसेनमवधीत् सिंहो जाम्बवता हतः । सुकुमारक मा रोदीस्तव ह्येष स्यमन्तकः ।।
अर्थ – 'सुंदर सलोने कुमार ! इस मणि के लिये सिंह ने प्रसेन को मारा है और जाम्बवान् ने उस सिंह का संहार किया है; अतः तुम रोओ मत । अब इस स्यमन्तक मणि पर तुम्हारा ही अधिकार है ।' (ब्रह्मवैवर्तपुराण) ‘श्रीमद् भागवत’ के 10वें स्कंध के 56-57वें अध्याय में दी गयी ‘स्यमंतक मणि की चोरी’ की कथा का आदरपूर्वक पठन-श्रवण करना चाहिए । भाद्रपद शुक्ल तृतीया या पंचमी के चन्द्रमा का दर्शन करना चाहिए । साभार.....