किसी आढ़तिये के पर्चे पर लिखे रेट को सरकार से मिल रहा दाम बताक | Avinash Srivastava
किसी आढ़तिये के पर्चे पर लिखे रेट को सरकार से मिल रहा दाम बताकर जनता को बेवकूफ बनाने का असफल प्रयास करते हुए Yogendra Yadav, पर्चे पर लिखी लाइन, "कच्चे आढ़तिये का पर्चा" को साफ़ देखा जा सकता है, ये पर्चा तो उन 3 नए किसान कानूनों की सार्थकता पर जोर देता है कि वो क्यों आवश्यक हैं।