आप करते रहो विरोध, कड़ुआ सच तो ये है कि उनके फंडे आपसे कहीं ज् | Avinash Srivastava
आप करते रहो विरोध, कड़ुआ सच तो ये है कि उनके फंडे आपसे कहीं ज्यादा क्लियर हैं। वैसे हर कोई डॉक्टर, इंजीनियर, मैनेजर, सीए नही बनता और न ही देश में 100% रोजगार है। देश में लाखों ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट और पीएचडी वाले अधेड़ उम्र के बेरोजगार मिल जायेंगे। सरकारी नौकरी की मलाई खाने की सोच रखने वाले स्कीम का ज्यादा विरोध कर रहे हैं। हम इजरायल जैसी व्यवस्था की बात तो करते हैं लेकिन खुद अपनी सोच में कोई बदलाव नहीं करना चाहते। सेना में रेगुलर भर्ती बंद नहीं हुई है और न ही अग्निपथ योजना सबके लिए मैंडेटरी है। खैर ...