सशक्त प्रधानसेवक और राष्ट्र की सुरक्षा कितनी आवाश्यक होती है उ | Avinash Srivastava
सशक्त प्रधानसेवक और राष्ट्र की सुरक्षा कितनी आवाश्यक होती है उसका अंदाजा आप अफगानिस्तान के इस जर्नलिस्ट की वर्तमान हालात से लगा सकते है। घर, गाड़ी, जेवर, कपड़े, रुपए इत्यादि सब कुछ एक झटके में चला जायेगा, लुट जायेगा अगर देश सुरक्षित हाथों में नहीं है तो।