जितनी चाहत है, उतना नाराज़ भी हूँ मैं, क्यों तेरे इंतज़ार में, | ◦•●◉✿ Love ShaYari❤️ ✿◉●•◦
जितनी चाहत है, उतना नाराज़ भी हूँ मैं,
क्यों तेरे इंतज़ार में,यंहा आज भी हूँ मैं,
तुम कोशिशें कर लो,मुझे भुलाने की सही,
पर तेरी धडकनों में कही,आज भी हूँ मैं,
ना मिटा सकोगी, मेरी यादों को दिल से,
तेरे दिल के किसी कोने में,आज भी हूँ मैं।