मुझसे मिलने के वो करता था बहाने कितने ... अब गुजारेगा मेरे साथ ज़माने कितने ... मै गिरा था तो बहुत लोग रुके थे लेकिन .. सोचता हूँ मुझे आए थे उठाने कितने ... ज़िस तरह मैने तुझे अपना बना रखा है ... सोचते होगे यही बात न जाने कितने .... तुम नया ज़ख्म लगाओं तुम्हे इससे क्या है .... भरने वाले है अभी ज़ख्म पुराने कितने ... 333 views17:49