दर्द मे आसुओं का समन्दर हुई
जरा सी खुशी में सिकन्दर हुई
पलकें मोहब्बत का सहारा बनी
आशिकों के दिलों का इशारा बनी
पलकें मोहब्बत में रोती रहीं
आँसुओं में ये खुद को भिगोती रहीं
पलक एक ही तो थी
क्या से क्या हो गयी
बंद पलकें हुई तो शाम हो गयी
खुली पलकें तो देखो सुबह हो गयी
........ ̶̶h̶a̶p̶p̶y ̶m̶o̶r̶n̶i̶n̶g
̶B̶l̶a̶c̶k ̶̶h̶̶e̶̶a̶̶r̶̶t.....
....,...... 『𝐃𝐀𝐑𝐊 𝐀𝐍𝐆𝐄𝐋』