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मुसीबतों से डर के भागने की
बजाय उनका डट कर सामना करोस्वामी विवेकानंद जी के जीवन की एक सच्ची घटना जो हमें जीवन में आगे बढ़ने के लिए और अपने डर को खत्म करने की सीख देती है.....!!
एक बार बनारस में एक मंदिर से निकलते हुए विवेकानंद को बहुत सारे बंदरों ने घेर लिया। वे खुद को बचाने के लिए भागने लगे, लेकिन बंदर उनका पीछा नहीं छोड़ रहे थे। पास खड़े एक वृद्ध संन्यासी ने उनसे कहा, ‘रुको और उनका सामना करो!’ विवेकानंद तुरंत पलटे और बंदरों की तरफ बढऩे लगे। उनके इस रवैये से सारे बंदर भाग गए।
इस घटना से उन्होंने सीख ग्रहण की डर कर भागने की अपेक्षा मुसीबत का सामना करना चाहिए।
कई सालों बाद उन्होंने एक संबोधन में कहा भी, ‘यदि कभी कोई चीज तुम्हें डराए तो उससे भागो मत। पलटो और सामना करो..!