॥श्रीहरि:॥ अपने द्वारा की हुई भलाई और दूसरों द्वारा की हुई अपन | श्रीसेठजी - Shri Sethji - Shri Jaydayal Goyandkaji
॥श्रीहरि:॥ अपने द्वारा की हुई भलाई और दूसरों द्वारा की हुई अपनी बुराईको भूल जायँ किन्तु दूसरेके द्वारा किये गये उपकारको कभी न भूलें। - ‘साधन-नवनीत’ पुस्तकसे श्रद्धेय जयदयाल गोयन्दका
Ram. Teachings and Preachings of Shri Jaydayalji Goyandaka - the Founder of Govind Bhavan Karyalaya, the Mother institution of Gita Press, Gorakhpur. राम। श्री जयदयाल ग�...