अलफ़ाज़ चुराने की......जरूरत ही न पड़ी कभी तेरे बेहिसाब ख्यालों ने......बे तहाशा लफ्ज़ दिए 𝙄𝙈𝙍𝘼𝙉—͟͟͞͞𖣘 1.3K views13:33