अश्कों का सैलाब उमड़ आता है हक़ में मेरे, जब भी उसकी यादें मुझे परेशां करती हैं बहुत । ~अ𝐐𝐈ला 278 viewsअ𝐐𝐈ला अɴसाʀɪ, 15:17