मैं अपने जज़्बात दफ़न कर दूंगी, तुम मेरी खामोशियों को समझ जाओग | 💞 Status And Shayari
मैं अपने जज़्बात दफ़न कर दूंगी,
तुम मेरी खामोशियों को समझ जाओगे न ।
मैं तुम तक हर बढ़ते कदम को रोकूंगी,
तुम मेरी बेबसीयों को समझ जाओगे न ।
मैं हर बार चाहत से इंकार करूंगी,
तुम मेरे दिल के हालात समझ जाओगे न ।
मैं तुम्हे खुद से दूर जाने को कहूंगी,
तुम मेरी मजबूरियों को समझ जाओगे न ।
~अ𝐐𝐈ला
(बाकी की ग़ज़ल बाद में )