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Dams project in India भाखड़ा नांगल परियोजना (Bhakra Nangal | One Liner GK GS Adda™

Dams project in India


भाखड़ा नांगल परियोजना (Bhakra Nangal Project):- 

यह परियोजना पंजाब तथा हिमाचल में सतलज नदी पर बनाई गयी है।
यह देश की सबसे बड़ी बहुद्देशीय परियोजना है।
यह संसार का सबसे ऊँचा गुरुत्वीय बाँध (226 मी.) है।
गोविन्द सागर बाँध (हिमाचल प्रदेश) इसी पर है।
पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश इससे लाभान्वित है।

रिहंद बाँध परियोजना (Rihand Dam Project):-

सोन नदी की सहायक नदी पर रिहंद बाँध पर बनाया गया |
बाँध के पीछे “गोविन्द वल्लभ पन्त सागर” नामक कृत्रिम झील बनाई गई है।
“गोविन्द वल्लभ पन्त सागर” भारत की सबसे बड़ी कृत्रिम झील है।
यह मध्य प्रदेश तथा उत्तर प्रदेश की सीमा पर स्थित है।

हीराकुड बाँध परियोजना (Hirakud Dam Project):-

उड़ीसा संभलपुर के निकट महानदी पर बनाया गया है तथा संसार का सबसे लम्बा बाँध है।

गंडक परियोजना (Gandak Project):-

यह भी नेपाल के सहयोग से पूरी की गई है।
इसमें मुख्य नाहर गंडक पर बने वाल्मिकी नगर बैराज से निकाली गई है।
कोसी परियोजना (Kosi Project)
यह बिहार राज्य में नेपाल के सहयोग से पूरी की गई है।
विनाशकारी बाढ़ों के कारण कोसी को “उत्तरी बिहार का शोक” कहा जाता है।
मुख्य नहर कोसी पर बने हनुमान नगर बैराज (नेपाल) से निकाली गई है।
भविष्य में इस योजना के शक्ति गृहों को दामोदर घाटी परियोजना के शक्तिगृहों से मिलाकर नेटवर्क बनाने की भी योजना है।

इंदिरा गाँधी (राजस्थान नहर) परियोजना (Indira Gandhi Project)

इस परियोजना में रावी और व्यास नदियों का जल सतलज नदी में लाया जाता है.
व्यास नदी पर पोंग नामक बाँध बनाया गया है।
इसका मुख उद्देश्य नए क्षेत्रों को सिंचित करके कृषि योग्य बनाना है।
यह संसार की सबसे लम्बी नहर है. जिससे उत्तर प्रदेश, राजस्थान के गंग नहर – बीकानेर, जैसलमेर जिलों की सिंचाई की जाती है।

चम्बल परियोजना (Chambal Project):-

यमुना की सहायक चम्बल नदी के जल का उपयोग करने के लिए मध्य प्रदेश व राजस्थान ने यह परियोजना संयुक्त रूप से बनायी गई है।
इस परियोजना के अंतर्गत मध्य प्रदेश से गांधी सागर बाँध तथा राजस्थान में राणा प्रताप सागर बाँध, जवाहर सागर बाँध तथा कोटा बैराज बनाए गए है।
इस परियोजना का मुख्य उद्देश चम्बल नदी की द्रोणी में मृदा का संरक्षण करना है।

नागार्जुन परियोजना (Nagarjun Project):-

यह आंध्र प्रदेश में कृष्णा नदी पर बनायी गई है।
बौध विद्वान् नागार्जुन के नाम पर इसका नाम “नागार्जुन सागर” रखा गया

तुंगभद्रा परियोजना (Tungabhadra Dam Project)

यह आंध्र प्रदेश तथा कर्नाटक राज्यों के सहयोग से कृष्णा की सहायक तुंगभद्र नदी पर मल्लपुरम के निकट बनाया गया

सरदार सरोवर परियोजना (Sardar Sarovar Project) :-

मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात व अजस्थान की संयुक्त परियोजना है।
यह नर्मदा और उसकी सहायक नदियों पर बने जा रही है।
इसमें कुल 6 बहुद्देशीय, 5 जलबिजली, 15 सिंचाई परियोजनाएँ है।
इस परियोजना का सबसे अधिक लाभ मध्य प्रदेश को मिलेगा

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