क़त्ल के क्या खूब इंतज़ाम रखती है, ख़ामोश निगाहों से आंखों की बात रखती है । ताज़ातरीन मोगरे से जज़्बात महकते हैं, मोहब्बत है साहब ये बड़े एहतियात रखती है । ~अ𝐐𝐈ला 131 viewsअ𝐐𝐈ला अɴसाʀɪ, 15:59