बाते कर लेती हूँ मैं, अपनी चूड़ी, कंगन, पायल की झनकार से, जब वो यहाँ होकर भी नहीं होते । ~अ𝐐𝐈ला 93 viewsअ𝐐𝐈ला अɴसाʀɪ, 17:03