महज़ साँस का होना सुबूत नहीं ज़िंदगी का, मैंने देखी है चलती फ़िरती साँस लेती लाशों को । ~अ𝐐𝐈ला 91 viewsअ𝐐𝐈ला अɴसाʀɪ, 17:06