अक़्सर मैं ख़्यालों की दुनिया में एक नई दुनिया बनाती हूँ, तूम भले हक़ीक़त में मेरे नहीं पर हुल्म में तुझे अपना बनाती हूँ । ~अ𝐐𝐈ला अɴसाʀ𝗶 हुल्म- कल्पना, ख़्वाब-ओ-ख़याल 253 viewsअ𝗾𝗶ला अɴसाʀ𝗶, 08:09